मंगलायतन विश्वविद्यालय के मंगलायतन आयुर्वेदा मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर में प्राचीन चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद के विद्वान महर्षि चरक जयंती का आयोजन किया गया। इस अवसर पर रंगोली व पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता के साथ ही गोष्ठी का आयोजन हुआ। विद्यार्थियों ने रंगोली और पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में भाग लिया। रंगोली प्रतियोगिता में छात्रों ने अपनी कला का प्रदर्शन करते हुए विभिन्न रंगों से सुंदर आकृतियां बनाई। रंग-बिरंगी रंगोली ने विश्वविद्यालय परिसर को जीवंत बना दिया। वहीं, पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में छात्रों ने महर्षि चरक के जीवन और उनके विचारों को दर्शाते हुए क्रिएटिव पोस्टर बनाए।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। डा. मनोज शर्मा ने कहा कि महर्षि चरक को आयुर्वेद का पिता माना जाता है। उन्होंने चिकित्सा के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण सिद्धांतों का विकास किया। डा. पीसी शुक्ला ने कहा कि चरक संहिता को आयुर्वेदिक चिकित्सा के एक महत्वपूर्ण ग्रंथ के रूप में मान्यता प्राप्त है। डा. अनूप मिश्रा ने विद्यार्थियों को महर्षि चरक के विचारों एवं सिद्धांतों को अपनाने के लिए प्रेरित किया। पोस्टर प्रतियोगिता में गौरव, शिवांगी, उर्वसी प्रथम व अभिषेक, अतिफ, अंजुम द्वितीय स्थान पर रहे। रंगोली में पूजा, श्वेता, प्रथम, रोहित प्रथम व अपेक्षा, आकांक्षा, कसिस, मुस्कान, तुषार द्वितीय स्थान पर रहे। संचालन अजय व साक्षी ने किया। समन्वयक डा. सपना व डा. ऐश्वर्या रही। इस अवसर पर प्राचार्य डा. राजेश धाकड़, डा. निधि सोनी, डा. ऋषिकांत, डा. दीपा आदि उपस्थित रहे।